लाल किताब के अनुसार सरल उपाय
हम
सभी जानते है की कुंडली कुल बारह भाव होते है सभी भावे के अलग-अलग स्वामी
होते है … आप अपनी कुंडली में खुद ही देर्ख सकते है की किस भाव में कौन सा ग्रह ख़राब है , और उसका उपाय कैसे करें. जहाँतक हो सके उपाय किसी विद्वान
पंडित से ही कुंडली दिखाकर कराएँ अन्यथा लाभ के बजाए हानी भी हो सकती है .
लाल किताब के अनुसार जिस ग्रह से संबंधित वस्तुओं को भावअनुसार प्रयोग करेंगे वह ग्रह उसी के अनुसार फल देगा इसलिए विचारपूर्वक ही उपाय करने चाहियें !
॰ प्रथम भाव में पहुंचाना हो उसे गले में पहनिए
॰ दूसरे भाव में पहुंचाने के लिए मंदिर में रखिए
॰ तीसरे भाव में पहुंचाने के लिए संबंधित वस्तु को हाथ में धारण करें
॰ चौथे भाव में पहुंचाने के लिए पानी में बहाएं
॰ पांचवे भाव के लिए स्कूल में पहुंचाएं
॰ छठे भाव में पहुंचाने के लिए कुएं में डालें
॰ सातवें भाव के लिए धरती में दबाएं
॰ आठवें भाव के लिए श्मशान में दबाएं
॰ नौंवे भाव के लिए मंदिर में दें
॰ दसवें भाव के लिए पिता या सरकारी भवन को दें
॰ ग्यारहवें भाव का उपाय नहीं और
बारहवें भाव के लिए ग्रह से संबंधित चीजें छत पर रखें।
लाल किताब के टोटके
सुबह
उठ कर सबसे पहले घर की मालकिन अगर एक लोटा पानी घर के मुख्य द्वार पर
डालती है तो घर में लक्ष्मी देवी के आने का रास्ता खुल जाता हैं। अगर आप
चाहते हैं की घर में सुख शान्ति बनी रहे तो हर एक अमावास के दिन घर की
अच्छी तरह सफाई करके (बेकार सामान घर में न रखें) कच्ची लस्सी का छिट्टा
देकर ५ अगरबत्ती जलाइए।
महीने में २ बार किसी भी दिन घर में उपला जलाकर
लोबान व गूगल की धुनी देने से घर में उपरी हवा का बचाव रहता हैं तथा बीमारी
दूर होती है।
आपके घर में अगर अग्नि कोण में पानी की टंकी रखी हो तो घर में
कर्जा व बीमारी कभी समाप्त नही होती है इससे बचने के लिए इस कोने में एक
लाल बल्ब लगा दें जो हर वक्त जलता रहे।
नमक को कभी भी खुला न रखें। घर में
सुख-शान्ति न हो तो पीपल पर सरसों के तेल का दीया जलाना और जला कर काले माह
(उड़द ) के तीन दाने दीये में डालना चाहिए, ऐसा 11 शनिवार शाम को करें।
दुर्घटना
या सर्जरी का भय हो तो तांबें के बर्तन में गुड़ हनुमान जी के मन्दिर में
देने से बचाव होता है और अगर सरसों के तेल का दीया वहीं जलाये और वहीं बैठ
कर हनुमान चालीसा पढ़े और हलवा चढाये तो काफ़ी बचाव होता है, ऐसा 11 मंगलवार रात्रि करें।
बहन भाईओं से कोई समस्या हो तो सवा किलो गुड़ जमीन में
दबाने से समझौता होता है, ऐसा मंगलवार को करें। बच्चों की पढ़ाई के लिए सवा
मीटर पीले कपडें में २ किलो चने की दाल बांधकर लक्ष्मी-नारायण जी के
मन्दिर में चढाये, ऐसा पाँच शाम वीरवार को करें।
कमर, गर्दन में तकलीफ रहती
हो तो दोनों पैरों के अंगूठे में काला सफ़ेद धागा बांधें।
घर में पैसा रखने वाली अलमारी का मुंह उत्तर की तरफ़ रखे, ऐसा करने से घर में लक्ष्मी बदती है।
किसी
भी रोज़ संध्याकाल में गाय को कच्चा ढूढ़ मिटटी के किसी बर्तन में भरकर
बाएँ हाथ से नज़र लगे बच्चे के सर से सात बार उतारकर चौराहे पर रख आयें या
किसी कुत्ते को पिला दे, नज़र दोष दूर हो जायेगा।
घर के किसी भी कार्य के लिए निकलते समय पहले विपरीत दिशा में ४ पग जावें, इसके बाद कार्य पर चले जाएँ, कार्य जरूर बनेगा।
परिवार
में सुख-शान्ति और सम्रद्धि के लिए प्रतिदिन प्रथम रोटी के चार बराबर भाग
करें, एक गाय को, दूसरा काले कुत्ते को, तीसरा कौए को और चौथा चौराहे पर रख
दें।
हल्दी
की ७ साबुत गाठें ७ गुड़ की डलियाँ, एक रूपये का सिक्का किसी पीले कपड़े
में वीरवार को बांधकर रेलवे लाईन के पार फेंक दें, फेंकते समय अपनी कामना
बोलें, इच्छा पूर्ण होने की सम्भावना हो जायेगी।
घर में सुख-शान्ति के लिए मिट्टी का लाल रंग का बन्दर, जिसके हाथ खुले हो, घर में सूर्य की तरफ़ पीठ करके रखें, ऐसा रविवार को करें।
चांदी के बर्तन में केसर घोल कर माथे पर टीका लगाना, सुख-शान्ति सम्रद्धि और प्रसद्धि देता है, यह प्रयोग वीरवार को करें।
शादी
न हो रही हो या पढ़ाई में दिक्कत हो तो पीले फूलों के दो हार
लक्ष्मी-नारायण के मन्दिर में चढाये, आपका काम जरूर होगा, यह प्रयोग वीरवार
शाम को करें।
कंजकों को बुधवार के दिन साबुत बादाम, जो मन्दिर के बाहर बैठीं हों, देना चाहिए इससे घर की बीमारी दूर होती है।
अगर
किसी को अपनी नौकरी में तबादले या स्थानांतर को लेकर कोई समस्या है तो
ताम्बे की गडवी/ लोटे में लाल मिर्ची के बीज डालकर सूर्य को चढाने से
समस्या दूर होती है। सूर्य को यह जल लगातार २१ दिनों तक चढाये।
भगवान को प्रणाम करने से ब्राह्मण का आशीर्वाद लेने से संकट अवश्य ही दूर हो जाते हैं !